Poetry The Ancient Mariner summary in hindi

The Ancient Mariner
Part-1

एक बूढ़े नाविक ने तीन में से एक शादी में शामिल होने वाले एक मेहमान को रोक लिया यद्यपि उसे जल्दी ही शादी में जाना था शादी में जाने वाला मेहमान उस बूढ़े नावे की कहानी को सुनने के अतिरिक्त कुछ भी नहीं कर सका। बूढ़ी नाभिक की खाल लटकती हुई थी। उसने शादी में जाने वाली मेहमान को बिठाकर कहानी सुनने के लिए बाध्य किया।

बूढ़े नाविक ने अपनी कहानी सुनाना प्रारंभ कर दिया। उनके जहाज को बंदरगाह से विदा किया गया खुशी पूर्वक उन्होंने यात्रा प्रारंभ की शादी में शामिल होने वाले मेहमान ने अपनी छाती पीटने की दुल्हन शादी के कक्ष में प्रवेश कर चुकी थी उसे पहले ही देर हो चुकी थी लेकिन वह उस चमचमाती आंखों वाले बुरे नाविक के जादू से बाहर नहीं आ पाया

एक बहुत शक्तिशाली तूफान ने जहाज पर धावा बोल दिया उसने इस पर वार किया और उन्हें दक्षिण की ओर खदेड़ दिया है बाहर जहाज धुंध और बर्फ से गिर गया मस्तूल की ऊंचाई तक हिमखंड तैरते हुए आए जहाज बर्फ में फंसा खड़ा रहा यह बिल्कुल सुनसान जगह थी जहां चारों तरफ जीवन का कोई भी sign नहीं था।। कोहरे में से एक विशाल समुद्री पक्षी एंड बैक क्रॉस आया सभी नाविकों ने उसके आगमन का स्वागत किया उन्होंने उसे प्रतिदिन भोजन दिया। भी उसके साथ खेलते थे और पक्षी जहाज के चारों ओर उड़ता रहा बह उनका  पीछा करता रहा।
मैं उनके लिए भाग्यशाली और शुभ साबित हुआ एक लाभदायक दक्षिणी हवा चलने लगी बर्फ टूट गई और जहाज चालक ने जहाज को हिमखंडों से बिल्कुल बाहर निकाल दिया।
फिर बिल्कुल अनहोनी घटना घटी एक दिन बूढ़े नाविक ने Albatross  को अपने धनुष कमान से मार दिया साथ ही नाविकों ने बूढ़े नाभिक की स्पष्टता की आलोचना की निर्दोष और शुभ Albatross उनके पक्ष में हवा लेकर आया था फिर मौसम और खराब हो गया नाभिक खोखले दिमाग के थे अब वे उसके मारे जाने को ठीक ठहराने लगे वह बोले कि वह अपने साथ धुंध और कोहरे लाया था।
वह लोग बोले कि वह अपने साथ धुंध और कोहरे लाया था शीघृ हवा ने चलना बंद कर दिया नाविकों ने अपने पाले गिरा दिए उन्होंने स्वयं को उदास और असहाय पाया मैं शायद ही आपस में बातचीत करते थे वह सिर्फ समुद्र की शांति भंग करने के लिए ही बातें करते थे वहां पर सुनसान हो गई थी और सभी लोग बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे क्योंकि अल्बाट्रोस की मृत्यु हो चुकी थी

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